मिट्टी और जलवायु
मिट्टी : अनार मिट्टी की विभिन्न स्थितियों के प्रति व्यापक अनुकूलन क्षमता दिखाता है। यह गहरी, बल्कि भारी दोमट और जलोढ़ मिट्टी पर सबसे अच्छा बढ़ता है जो इसकी खेती के लिए आदर्श होती है। कार्बनिक कार्बन से भरपूर मिट्टी अत्यधिक फायदेमंद साबित हुई। यह चूनेदार और थोड़ी क्षारीय मिट्टी को सहन कर सकता है। इसे मध्यम या हल्की काली मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।
जलवायु: अनार अपने आप को जलवायु परिस्थितियों की एक विस्तृत श्रृंखला के अनुकूल बना सकता है लेकिन ठंडी सर्दियों और गर्म और शुष्क गर्मियों वाले क्षेत्रों में सफलतापूर्वक उगाया जाता है। यह मैदानों से लेकर लगभग 2000 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ सकता है। पकने की अवधि में उच्च तापमान फायदेमंद होता है जो मीठे फल पैदा करता है। आर्द्र जलवायु में फल की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, इसके अलावा कीटों और बीमारियों की उच्च घटना से भी पीड़ित होता है। पेड़ स्वभाव से कठोर होता है और काफी हद तक सूखे का सामना कर सकता है, लेकिन अच्छी सिंचाई मिलने पर अच्छा करता है।